राजधानी दिल्ली की किसी भी सड़क से गुजरो वहां आपको कुछ न कुछ काम होता हुआ नज़र आएगा |कही मेट्रो ट्रेन की वजह से, तो कही कौमन्वैल्थ गेम्स की वजह से, दिल्ली जबरदस्त तरीके से रात दिन बदलने की और अग्रसर हैं
लगता हैं दिल्ली अब विदेश के बड़े शहरों से मुकाबला करने वाली हैं परन्तु इन सब के चलते आम आदमी को कितना सफर करना पढता हैं यह तो बेचारा वही जानता हैं ऐसे में अक्सर यह शेर याद आ जाता हैं|
यहाँ खुदा वहां खुदा,यहाँ खुदा वहां खुदा .........जहाँ नही खुदा,वहां काम चल रहाँ हैं|
Tuesday, October 6, 2009
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