यह "संगंणक" भी बहुत मज़ेदार वस्तु हैंक्या कहाँ, नही जानते "संगंणक" क्या हैं? अजी जनाब "कैलकुलेटर" जी हां कैलकुलेटर ही संगंणक कहलाता हैं,बड़े काम की चीज़ हैं साहब बिना इसके आज की दुनिया में काम हिम नही चलता खैर आप परेशान न हो मैं आज आपको कोई इसकी जानकारी नही दे रहां मैं तो इसमे खेले जाने वाले कुछ खेलो के बारे में आपको बताना चाहता हूँ ।
कल्पना कीजिये की तीन लड़के व तीन लडकियां (अलग अलग) फ़िल्म देखने एक ही सिनेमा हॉल में गए(अगर एक साथ जाते तो भी क्या हो जाता )फ़िल्म शुरू ही हुई थी की बिजली चली गई बिजली को चालू करने के लिए ९९९० वाट बिजली की अलग से कटौती की गई जब बिजली आई तो एक अलग ही नज़ारा देखने को मिला क्या आप बता सकते हैं वो नज़ारा क्या था
नही समझे ना अजी जनाब अब इसी कहानी को संगंणक सॉरी कैलकुलेटर की मदद से कर के देखें माजरा समझ में आ जाएगा बस लड़को को १ का अंक तथा लड़कियों को ० का अंक दे दीजिये व बिजली की कटौती हेतु ९९९० को घटा दीजिये
खेल नंबर २)यदि आप को किसी को हैलो कहना हो तो .०३८६७ को २ से मल्टीप्लाई कीजिये तथा उत्तर को उल्टा करके पढिये
अगर आप को जूते चाहिए तो १०६०० को २ से भाग करके उसमे ४५ जोड़ दे तथा उल्टा करके देखे,आपको शूस शब्द नज़र आएगा
अब एक पहेली आप सभी के लिए कैलकुलेटर में १०० का अंक सिर्फ़ तीन बटनों का प्रयोग करके लाना हैं शर्त यह हैं की कोई भी बटन दो बार इस्तेमाल नही होना चाहिए चकरा गए ना अजी जनाब कोशिश तो कीजिये ..............
Thursday, October 15, 2009
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apne school ke samay me hamne aise bahut se khel khele.... aasha hain aap logo ko bhi pasand aayenge|
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