कम "आसमां" कम "ज़मीं" है यारो
हम भी कितने"गरीब"है यारो
कल जो लुटा करते थे,घरो को
वो आज सबसे बड़े "शरीफ" है यारो
कोई"बंगले" में कोई"फुटपाथ"पर
अपना अपना "नसीब" है यारो
हम भी कितने"गरीब"है यारो
कल जो लुटा करते थे,घरो को
वो आज सबसे बड़े "शरीफ" है यारो
कोई"बंगले" में कोई"फुटपाथ"पर
अपना अपना "नसीब" है यारो
कल तक जो मेरे बेहद"अज़ीज़" थे
आज वो मेरे ही "रकीब" है यारो
पीना, पीलाना,पीकर धमकाना
ये कैसी,कौनसी"तमीज" है यारो
चंद "हसरते" व थोडी "ख्वाहिसे"
बस यही अपनी "खरीद" है यारो
आज वो मेरे ही "रकीब" है यारो
पीना, पीलाना,पीकर धमकाना
ये कैसी,कौनसी"तमीज" है यारो
चंद "हसरते" व थोडी "ख्वाहिसे"
बस यही अपनी "खरीद" है यारो
आ ही गए हो तो"पीकर" चलो
"मैयखाना- ए- जिंद" करीब है यारो
"मैयखाना- ए- जिंद" करीब है यारो
कल तक जो मेरे बेहद"अज़ीज़" थे
ReplyDeleteआज वो मेरे ही "रकीब" है यारो
-बहुत बेहतरीन..वाह!!